भारत में लोकसभा चुनाव 2022 का समापन हो चुका है। करीब 1.5 महीने से ज्यादा चले चुनाव के सात चरणों में देश के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की कुल 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव पर संपन्न हुए हैं। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए ने भारी जीत का दावा किया है और सभा एग्जिट पोल भी ऐसा ही बता रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर विपक्षी दलों का गठबंधन I.N.D.I.A भी अपनी जीत का दावा कर रहा है। हालांकि, इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी से ही आगामी सरकार के पहले 100 दिन के एजेंडे पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया है।
किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री ने कई बैठकों की अध्यक्षता की है। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी सरकार के लिये 100 दिन का एजेंडा तैयार करने के वास्ते विभिन्न सरकारी मंत्रालयों को काम सौंपा था। उन्होंने अपनी मंत्रिपरिषद से पहले 100 दिनों के लिए कार्यक्रमों को प्राथमिकता देने के लिए कहा है।
ये मुद्दे प्राथमिकता में
बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों को आग की घटनाओं को रोकने, विभिन्न राज्यों में लू, मॉनसून और पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ और भू-स्खलन के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार चक्रवात से प्रभावित राज्यों को पूर्ण समर्थन देना जारी रखेगी। पीएम मोदी की इस बैठक में देश के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
विपक्ष ने क्या कहा?
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी द्वारा नयी सरकार के 100 दिवसीय एजेंडे की समीक्षा के लिए सत्र आयोजित करने समेत कई बैठकों के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा है। जयराम रमेश ने कहा कि यह नौकरशाही तथा प्रशासनिक तंत्र को एक संकेत भेजने के लिए दबाव बनाने का तरीका है कि वह सत्ता में लौट रहे हैं।