सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, “हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहां बहुत सारे लोग थे. शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद अचानक भगदड़ मच गयी।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई. सीएमओ डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने मौत के आंकड़ों की पुष्टि की है. सभी डेड बॉडी को एटा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया है. बताया जा रहा है कि सत्संग में भीषण गर्मी की वजह से भक्तों की स्थिति खराब हो गई. सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे कई लोगों ने आपबीती सुनाई है. अस्पताल में हर तरफ चीख पुकार सुनाई दे रही है।
फरीदाबाद से सत्संग में पहुंची एक महिला ने घटना को लेकर बताया कि जैसे ही सत्संग की समाप्ति हुई. अचानक भगदड़ मच गयी. एक के बाद एक लोग एक दूसरे पर गिरने लगे. 80-90 की संख्या में हमलोग यहां बस से आए थे. कार्यक्रम में भारी भीड़ थी. एक शख्स की तरफ इशारा करते हुए उसने बताया कि इसकी बेटी खत्म हो गयी. एक अन्य महिला रोते हुए अपने बहु को ढूंढ रही थी. हर तरफ लोग अपने परिजनों को तलाश रहे हैं.
सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, “हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहां बहुत सारे लोग थे. शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. पता ही नहीं चला कि ये सब कैसे हो गया. हमें बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी. सत्संग में कई लोग शामिल थे, जिसमें कइयों की मौत हो चुकी है.“
अव्यवस्था से भी परेशान थे लोग
इसके अलावा, सत्संग में हिस्सा लेने वाले लोगों ने अस्पताल की अव्यवस्था पर भी आक्रोश जताया है. लोगों का कहना है कि अस्पताल परिसर में लाशों का ढेर पड़ा हुआ है, लेकिन एक भी डॉक्टर किसी का भी उपचार करने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं. अस्पताल में महज एक ही डॉक्टर है. लोगों ने अपना रोष जाहिर करते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन की लापरवाही की वजह से यह सब कुछ हआ. कल रात से ही रोड पर जाम लगा हुआ था. पुलिस ने वो जाम खुलवा दिया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. लोगों ने कहा कि अस्पताल में लाशों का ढेर लग चुका है, लेकिन अस्पताल में एक ही डॉक्टर है।
प्रशासन ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
घटना के बाद पीड़ित परिवारों को मदद पहुंचाने के लिए प्रशासन की तरफ से हर संभव प्रयास जारी है. प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. 05722227041 तथा 05722227042 लोग इस नंबर पर कॉल कर अपने लोगों का हाल जान सकते है।